मैंने अपनी नियति से ही, रिश्ता गहरा जोड़ लिया। मैंने अपनी नियति से ही, रिश्ता गहरा जोड़ लिया।
वक्त और हालात को समझ और परख कर आगे बढ़ना सीख लिया है वक्त और हालात को समझ और परख कर आगे बढ़ना सीख लिया है
वक्त और हालात के आगे मजबूर है आज कितना बेबस मजदूर है। वक्त और हालात के आगे मजबूर है आज कितना बेबस मजदूर है।
मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती। मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती।
मजबूर हूँ थोड़ा मगर मैं मगरूर नहीं हूँ। मजबूर हूँ थोड़ा मगर मैं मगरूर नहीं हूँ।